डायबिटीज दांतों को भी करता है प्रभावित, जानें कैसे और बचाव का तरीका?

डायबिटीज दांतों को भी करता है प्रभावित, जानें कैसे और बचाव का तरीका?

सेहतराग टीम

आधुनिक युग में हर कोई किसी ना किसी समस्या से परेशान है। कोई किसी रोग से तो कोई किसी तनाव की वजह से परेशान है। लेकिन अक्सर सुनने को मिलता है कि अधिकतर लोग डायबिटीज रोग से परेशान हैं। यह रोग आज के समय में काफी सामान्य हो गया है। वैसे तो ये काफी सामान्य है लेकिन अगर सही समय में इस पर ध्यान ना दिया जाए तो ये खतरनाक हो सकता है। वहीं इससे अपनी जीवन शैली और खान-पान में बदलाव करके ठीक किया जा सकता है।

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डायबिटीज का मतलब है कि आपके रक्त शर्करा का स्तर बढ़ गया है। इससे आपको काफी स्वास्थ्य परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। टाइप-1 और टाइप 2 डायबिटीज आपके मौखिक गुहा को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। जितना ज्यादा आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ेगा, नुकसान उतना ही ज्यादा होगा। लेकिन आप कहेंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है और डायबिटीज का दांतों के नुकसान से क्या संबंध है? तो हम आपको इस लेख में इसका जवाब देंगे साथ ही बताएंगे कि आपको कैसे अपना बचाव करना चाहिए। 

हाई ब्लड शुगर दांतों को कैसे प्रभावित करता है (How Diabetes Also Affects Your Teeth in Hindi):

जेरोस्टोमिया

डायबिटीज में अगर आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है तो ये आपके मुंह को सूखा सकता है और आपके मुंह में कई समस्याएं पैदा कर सकता है, जिसे जेरोस्टोमिया कहा जाता है। इसमें आपका मुंह को नम करने के लिए लार का उत्पादन करने में सक्षम नहीं रहता। इसलिए कम लार आपके दांतों से चिपकना आसान बनाता है और यह आपके दांतों के स्वास्थ्य को और भी ज्यादा खराब करने का काम करता है। 

मसूड़े की बीमारी

डायबिटीज का सबसे बड़ा नुकसान ये है कि इसमें आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली काफी कमजोर रहती है, जिसके कारण आप कई दूसरी बीमारियों का शिकार होने लगते हैं। ऐसे ही मसूड़ों की बीमारी का भी है जब आपका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है तो आपके मसूड़ें सड़ने लगते हैं जिसे दंत पथरी भी कहा जाता है। दांतों के सहारे ये आपके मसूड़ों को खराब कर उन्हें काफी नुकसान पहुंचाते हैं। 

थ्रश

कई ऐसे बैक्टीरिया होते हैं जो आपके मुंह में जमने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। कैंडिडा अल्बिकंस, एक प्रकार का खमीर, थ्रश नामक एक संक्रमण का कारण बनता है और अन्य लोगों की तुलना में मधुमेह रोगियों में इसका खतरा ज्यादा होता है।

गुहा

आपके मुंह में बैक्टीरिया पहुंचने और पनपने के कई कारण होते हैं। जिनमें से कुछ आपके दांतों के लिए जरूरी होते हैं, लेकिन जब वे शर्करा और स्टार्च के संपर्क में आते हैं, तो वो दांतों के चारों और एक कोटिंग यानी परत तैयार करते हैं। जिसे प्लाक भी कहा जाता है। आपको बता दें कि प्लाक में एक प्रकार का एसिड होता है जो धीरे-धीरे आपके दांतों को खराब करता है। ऐसा इसलिए होता है जब आप डायबिटीज का शिकार होते हैं तो स्वाभाविक रूप से ज्यादा मात्रा में चीनी और स्टार्च आपके मुंह और शरीर में फैलने लगता है। जिसके कारण धीरे-धीरे आपके दांत और मसूड़ें सड़ने लगते हैं। 

मधुमेह से संबंधित दंत विकारों से कैसे बचें (What is Method of Protection Diabetes Related Dental Problems in Hindi):

  • हमेशा अपने  रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखें। 
  • रोजाना दो बार अपने दांतों की अच्छी तरह से सफाई करें। 
  • जिद्दी पट्टिका को हटाने के लिए अपने दांतों को फ्लॉस करें।
  • धूम्रपान, शराब और सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन कम से कम करें। 
  • नियमित रूप से दांतों की जांच कराएं। 
  • रोजाना 30 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें। 

डायबिटीज रोग के दौरान खुद को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी होता है इसके लिए आपको सही डाइट और एक बेहतर जीवनशैली की जरूरत होती है, जिसकी मदद से आप लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं।

 

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